‘हाशिये की आवाज़’, नवम्बर-2023 के अंक में आप पढेंगे.
इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध में मरता मानवीय ढांचा (सम्पादकीय)
डॉ. अरुण कुमार उराँव
इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष का इतिहास
अल जजीरा स्टाफ अनुवाद-शहादत
ये नफरत हमें कहाँ ले जाएगी? अल्पसंख्यकों को डराने-धमकाने की बढ़ती घटनाएँ
राम पुनियानी
एहतिजाज की बुलंद आवाज़ ‘नरगिस’ को नोबेल शांति पुरस्कार के मायने
जाहिद खान
सूरज बड़त्या की कहानियों में दलितों की सामाजिक व्यवस्था
सतवंत कौर
बहुजन महिलाओं के अधूरे अधिकार-महिला आरक्षण बिल
कमलेश मधोलिया
आदिवासी महिलाओं को राजनीति में आना क्यों आवश्यक है?
शोभा कुजूर
एक राष्ट्र एक चुनाव: दूर के ढोल सुहाने
प्रो.शेख मोईन शेख नईम
सहरिया एक सर्वथा उपेक्षित जनजाति
शैलेन्द्र चौहान
भवतु सब्ब मंगलम...साधु साधु साधु
सैयद परवेज़
चलचित्र(संशोधन) विधेयक, 2023 के मायने
डॉ. अरुण कुमार उराँव
डायन प्रथा निषेध अधिनियम, 2001 झारखण्ड राज्य के विशेष संदर्भ में
डॉ. अर्पित सुमन टोप्पो
दलित साहित्य मनुष्यता का उद्घोष करने
वाला साहित्य है: जयप्रकाश कर्दम (आमने-सामने)
अमित कुमार
पुरस्कार(कहानी)
मोहनदास नैमिशराय
कवि की पंक्तियाँ

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